बाढ़ पीड़ितों के लिए यथाशीघ्र मकान बनाने के लिए व्यवस्था मिलाना आवश्यक :सुकबीर तामंग
#मुरारी लाल पंचम,कर्सियांग।#
कालिम्पोंग जिले के तीस्ता क्षेत्र में विगत 4 अक्टूबर -2023 के दिन हुई विनाशकारी प्राकृतिक प्रकोप व बाढ़ग्रस्त इलाके का निरीक्षण करने कर्सियांग से पत्रकारों की एक टीम तीस्ता पहुंची।
यहां पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कपूर बस्ती निवासी सुकबीर तामंग ने बताया कि विनाशकारी प्राकृतिक प्रकोप से आयी बाढ़ में कपूर बस्ती की तकरीबन 15 मकान पूर्ण रूपसे जल समाधि ले लिया,जबकि तकरीबन 15 मकानों की काफी हिस्सा बाढ़ के कारण जमीन में धस गई है। इस दौरान किसी ने भी कोई सामान नहीं निकाल पाया।
उन्होंने बताया कि विनाशकारी प्राकृतिक प्रकोप से सायरन के जरिये लोगों को प्रशासन की ओर से एलर्ट किया गया था,परंतु लोगों ने इसकी परवाह नहीं की। कारण इसके पूर्व भी कई बार सायरन के जरिये लोगों को एलर्ट करने का कार्य किया जाता था,परंतु कुछ नहीं होता था। इसलिए इस बार भी लोगों ने सायरन बजने से इसे हल्के में लिया,परंतु इस बार यह हकीकत में हो गया।फलस्वरूप मकानों से लोग सामान नहीं निकाल पाये।
उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को वर्तमान में राहत शिविर में रखा गया है। रहने व भोजन को लेकर कोई असुविधाएं नहीं है,परंतु पीड़ितों के लिए मकान का उचित प्रबंध यथाशीघ्र मिलाना आवश्यक है। उन्होंने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए )के प्रमुख कार्यपाल अनित थापा से बाढ़ पीड़ितों के लिए यथाशीघ्र मकान बनाने के लिए व्यवस्था मिलाने का आह्वान भी किया।
सामाजिक कार्यकर्ता किशोर प्रधान ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कार्य द्रूत गति में चल रहा है,परंतु इतना से मात्र नहीं होगा। पीड़ितों को सामान्य जीवन जीने के लिए तीस्ता जैसे तीर्थस्थल में पुनर्वास कराने के लिए सरकार को व्यवस्था मिलाना आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने स्थानीय प्रशासन(सिविल एडमिनिष्ट्रेशन)को सक्रिय होने व तीस्ता क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में जैसे -जैसे तीस्ता नदी का जलस्तर घट रहा है,वैसे -वैसे कई मकानों में दरार पड़ने व क्षति होने का क्रम भी जारी दिखता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बाढ़ पीड़ितों को नगद राशि की आवश्यकता दिख रहा है। इसलिए मैं लोगों से निवेदन करूंगा कि यहां भ्रमण के दौरान आने पर कृपया अच्छी तरह से निरीक्षण करने के बाद सीधे पीड़ितों को उनकी बैंक एकाउंट के जरिये मदद पहुंचाने का कार्य करें।
बाढ़ पीड़ितों को सहायता पहुंचाने के लिए तीस्ता पहुंचे शामी लाखांग मोनाष्ट्री कर्सियांग के धर्मगुरु पेंबा रिम्पोछे ने कपूर बस्ती व कृष्ण ग्राम क्षेत्र के पीड़ितों को कुदाल व फावड़ा प्रदान किया,ताकि वे अपनी घरों में जमी मलवे की सफाई कर सकें।धर्मगुरु पेंबा रिम्पोछे ने कहा कि बाढ़ के कारण कई मकानों में मलवे जम गया है। इसलिए बेहतर होता फायर ब्रिगेड के जरिये ऐसे मकानों के मलवे की सफाई कर दी जाती। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए आवश्यक जमीन का चयन कर राजनीतिकरण किये वगैर सभी को एकवद्ध होकर बाढ़ पीड़ितों के लिए मकान बनाने हेतु पहल करने का आह्वान भी किया। उन्होंने बताया कि पीड़ितों को मकान बनाने के लिए आवश्यक सरकारी फंड सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान करने के लिए दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ट के मार्फत केन्द्र सरकार के संबंधित विभागीय अधिकारियों व मंत्रियों से पत्राचार भी किया है।
राहत शिविर की ओर से नंद कुमार छेत्री ने बताया कि तकरीबन तीन सौ लोग बाढ़ पीड़ित हैं। पीड़ितों को क्रमशः सयपत्री समाज भवन,तीस्ता बाजार सार्वजनिक भवन व तीस्ता ब्रीज उच्च माध्यमिक स्कूल में राहत शिविर तैयार कर रखा गया है। पीड़ितों के लिए विविध संघ -संस्थाओं आदि से राहत सामग्री काफी मात्रा में लगातार प्राप्त हो रहा है,परंतु आवश्यकता है स्कूली बच्चों की ड्रेस,कापी-किताब आदि की।
जीटीए सभा के सभासद क्रमशः रतन थापा व नवराज छेत्री ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की प्राथमिक आवश्यकता को ध्यान में रखकर जीटीए के प्रमुख कार्यपाल अनित थापा के कुशल नेतृत्व में कार्य किया जा रहा है,ताकि पीड़ितों को किसी भी प्रकार से असुविधाएं ना हो। पीड़ितों के पुनर्वास के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों से आवश्यक पहल अपनाने का कार्य जीटीए के प्रमुख कार्यपाल अनित थापा कर रहे हैं। इसमें थोड़ा समय लगेगा। कारण इसके लिए सबसे पहले आसपास इलाके में सरकारी जमीन देखना होगा। जमीन उपलब्ध होने के बाद ही
मकान बनाने का कार्य आरंभ किया जायेगा।
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