कर्सियांग में नौ दिवसीय चंडी महायज्ञ व लक्ष्य आहूति अनुष्ठान का शुभारंभ
कर्सियांग से मुरारी लाल पंचम।
27/04/2023.
कर्सियांग नगरपालिका के वार्ड नंबर -19 उजेरी बस्ती स्थित श्री सातकन्या देवी व मां कात्यायनी धाम पूजा समिति,कर्सियांग के तत्वावधान में 37 वीं नौ दिवसीय चंडी महायज्ञ व लक्ष्य आहूति अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया।
इस नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का विधिवत उद्घाटन श्री पंचायती निरंजिनी अखाड़ा,उज्जैन,मध्यप्रदेश से आये श्री मान्दाकिनी पूरी माता-1008 महामंडलेश्वर ने किया।नौ दिवसीय इस धार्मिक अनुष्ठान का समापन 5 मई के दिन किया जायेगा।
आयोजक कमेटी की ओर से प्राप्त जानकारी अनुसार इस मंदिर का उद्घाटन 15 जनवरी -2020 के दिन किया गया था। उसके कुछ दिनों बाद से देशव्यापी रूपमें फैले कोरोना संक्रमण के महामारी बीच विगत दो वर्ष इस मंदिर में सामान्य रूपमें कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परंतु विगत वर्ष -2022 में 36 वीं नौ दिवसीय चंडी महायज्ञ व लक्ष्य आहूति अनुष्ठान का आयोजन भव्यता सहित किया गया था। इस वर्ष भी उसी प्रकार नौ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का भव्यता सहित आयोजन किया जा रहा है।
नौ दिवसीय इस धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ कलश यात्रा,पंचाग पूजन,मंडप प्रवेश,कलश स्थापना,शिव रूद्राभिषेक,श्रृंगार,आरती पुष्पांजलि,108 दीप प्रज्ज्वलन,अग्नि स्थापना कार्यक्रम सहित लक्ष्य यज्ञ से किया गया।
इसी प्रकार 28 अप्रैल से लेकर 5 मई के दिन तक लगातार शिव रूद्राभिषेक,भजन,प्रवचन आदि कार्यक्रम नियमित रूपसे किया जायेगा। 5 मई के दिन समापन कार्यक्रम अंतर्गत शिव रूद्राभिषेक,कुमारी कन्या पूजा,महाप्रसाद भोग अर्पण,हवन पूर्णाहूति सहित संगीतमय भजन संध्या कार्यक्रम संपन्न किया जायेगा।
नौ दिवसीय इस धार्मिक अनुष्ठान के विशेष कार्यक्रम के तहत 2 मई के दिन मां कात्यायनी पितांबरी श्रृंगार,1008 दीपमाला,84 व्यंजन भोग व महा आरती व 4 मई के दिन मां काली 64 योगिनी पूजा संपन्न किया जायेगा।
लक्ष्य आहूति यज्ञ आयोजन करने का प्रमुख उद्देश्य मानसिक रूपसे तनावग्रस्त बने लोगों की मानसिक तनाव का निवारण करना है।
इस धार्मिक अनुष्ठान के मुख्य पुरोहित आचार्य पंकज शर्मा व सेवायत मुख्य कर्ता राजेन प्रधान हैं। आयोजक कमेटी के प्रमुख सदस्यों में क्रमशः रमेश प्रसाद,बिक्रम प्रधान,शुक्र मुखिया,हेमंत दर्नाल व संतोष परी आदि शामिल हैं।
गौरतलब है,दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में कालिम्पोंग स्थित मंगलधाम के बाद इस मंदिर को साइज के अनुसार श्रद्धालुओं व भक्तों ने दूसरे स्थान पर रखा है।