पंजाबीपाड़ा ब्राइड एकेडमी ने क्रिसमस डे को बना दिया रंगारंग
पंजाबीपाड़ा ब्राइड एकेडमी में क्रिसमस त्योहार को बनाया सजीव
- नृत्य नाटक के माध्यम से बताया इसका महत्व, मुख्य अतिथि रहे अनुमंडलाधिकारी
- कहा, नन्हे मुन्ने बच्चों के प्रतिभा को प्रणाम, त्योहार सीखने सिखाने का सही तरीका
अशोक झा, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी ब्राइड एकेडमी का नाम सुनते ही पंजाबीपाड़ा याद हो आता है। जहां नन्हें मुन्ने बच्चे शिक्षा, अनुशासन के साथ त्यौहारों के जश्न में मगन रहते है। आज भी कुछ ऐसा ही था। यहां स्कूल प्रांगण में एक यादगार क्रिसमस समारोह आयोजित किया गया।, जो अभिवावकों और छात्रों के बीच के अनमोल संबंध को समर्पित था। यह आयोजन प्रेम, भावनाओं और उल्लास का एक अद्भुत संगम बन गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि सिलीगुड़ी के अनुमंडलाधिकारी अवध सिंघल का गर्मजोशी से स्वागत किया और बच्चों ने केक काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके बाद छात्रों द्वारा मधुर क्रिसमस कैरल गाया । यह पल सभी के दिलों को छू गया। कार्यक्रम में विद्यालय के छोटे बच्चों ने कैरोल, ईसा मसीह के जन्मोत्सव की नाट्य तथा मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियों ने सभी का मनमोह लिया।अंत में सांता क्लाज के रूप में सजे बच्चों ने सभी को टॉफी-चॉकलेट्स बांटे। एसडीओ सिलीगुड़ी अवध सिंघल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि यहां के बच्चे कितने प्रतिभावान है। त्यौहार के माध्यम से ही हम सब कुछ सीखते ओर सिखाते है।
विद्यालय की निदेशक संदीप घोषाल ने कहा कि इस उत्सव को सफल बनाने के लिए बच्चों की कड़ी मेहनत और समर्पण पर हमें गर्व है। दुनियाभर में हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। बच्चों को तो खासतौर पर क्रिसमस के दिन अपने सांता क्लॉज से मिलने वाले चॉकलेट्स और गिफ्ट्स का इंतजार रहता है। स्कूल बंद होने के कारण इसे पहले ही मनाया जाता है। यह पर्व ईसाई धर्म के संस्थापक प्रभु यीशु के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस के दिन लोग अपने घरों को खूबसूरत लाइट्स, कैंडल और क्रिसमस ट्री से सजाते हैं। इस दिन ईसाई धर्म के लोग चर्च जाकर प्रार्थना करते हैं। जिसके बाद क्रिसमस का जश्न मनाने के लिए लोग घरों में केक बनाकर काटते हैं और परिवार और दोस्तों को मुंह मीठा करवाते हैं। यूं तो क्रिसमस ईसाई धर्म का त्यौहार है, लेकिन सभी धर्म और संस्कृति के लोग इस पर्व को बेहद उत्साह के साथ मनाते हैं। कहा कि मानवता का सच्चा सार एकता और आपसी सम्मान में निहित है। उन्होंने कहा कि विविध परंपराओं और विश्वासों के बावजूद सभी लोग एक वैश्विक परिवार का हिस्सा हैं।एकेडमी में क्रिसमस डे के अवसर पर शिक्षक शिक्षिका के अलावा बड़ी संख्या में अभिभावक उत्साह के साथ समारोह में भाग लिया।