गोवर्द्धन बास्तोला को ‘ मणि खवास स्मृति साहित्य पुरस्कार -2023’
मणि खवास स्मृति प्रतिष्ठान कदमतला, सिलीगुड़ी के आयोजित में प्रत्येक वर्ष होने वाली ‘मणि खवास स्मृति साहित्य पुरस्कार-2023 ‘ पुरस्कार समारोह इस वर्ष 16 अप्रैल के दिन दुर्गा जनकल्याण संगठन भवन , दुर्गागड़ी सिलीगुड़ी में भव्य रूप से प्रतिष्ठान के सभा नेत्री देविका खवास सुब्बा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।वरिष्ठ कवि ,बाल साहित्य अकादेमी पुरस्कार से पुरस्कृत साहित्यकार भविलाल लामिछाने, विशिष्ट अतिथि लोकनाथ चापागाईं, डा. राजकुमारी दाहाल, प्रा. तेजमान बराइली, युवराज काफ्ले, खड्गराज गिरी , लीलबहादुर सोनार, कालूसिंह रनपहेंली, मदन ओझा, डा. साङमू लेप्चा , जीवन लावर, जीवन अधिकारी, राजेन चन्द शिवाकोटी , डा. सिर्जना शर्मा, जोगेन दर्नाल, प्रा. प्रकाश बरदेवा. डा जीवन राणा, शंकर प्रधान, मैतराज राणा, सुष्मा मोक्तान गुरुङ, उर्मिला घिसिङ, डा. खेमराज शर्मा, टीकाराम थापा, गणेश कुमार प्रधान आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे ।
समारोह में शरद कुमार छेत्री ने स्वागत सम्भाषण रखे। मणि खवास के प्रतिमूर्ति में धुप दीप प्रज्ज्वलन कर के मौन धारण भी किया गया ।कवि , कथाकार, सम्पादक गोवर्द्धन बास्तोला को दुसरा ‘मणि खवास स्मृति साहित्य पुरस्कार 2023’ से अलंकृत किया गया । उपस्थित अतिथि एवं प्रमुख अतिथि और विशिष्ट अतिथि के बाहुली से शाल , खदा, फूलों की गुच्छा , सम्मान-पत्र, स्मृतिचिन्ह, पुरस्कार राशि प्रदान कर के गोवर्द्धन बास्तोला को अलंकृत किया गया । याद रहे , पहला मणि खवास स्मृति साहित्य पुरस्कार गीतकार ,कवि मैतराज राणा को प्रदान किया गया था ।
गोवर्द्धन बास्तोला चार दशकों से निरन्तर नेपाली भाषा-साहित्य के सेवा में लग रहें हैं । वे सिक्किम गेजिंग से प्रकाशित होनेवाली ‘स्रष्टा’ साहित्यिक पत्रिका के सम्पादक भी हैं। उन के आज तक 7 साहित्यिक कृतियाँ कथा, कवि और संस्मरणात्क विधाओं में प्रकाशित है। उन के साहित्यिक सेवा को देखते हुए इस वर्ष का मणि खवास स्मृति साहित्य पुरस्कार ‘ में पुरस्कार राशि , सम्मानपत्र, शाल और फूलों की गुच्छा से अलंकृत व्यक्ति को प्रमुख अतिथि भविलाल लामिछाने ने सम्बोधन किया ।समारोह के प्रमुख अतिथि और विशिष्ट अतिथि के बाहुली से ‘अक्षर अभिलेखभित्र मणि खवास स्मृतिकिताप’-का लोकार्पण हुआ। सम्पूर्ण समारोह का संचालन देविका मंग्राती राई ने की और धन्यवाद ज्ञापन आलोक खवास ने किया । यह जानकारी प्रतिष्ठान के महासचिव डा. सुकराज दियाली ने दिए थे।