सिलीगुड़ी : गुरुवार से उत्तर बंगाल का पहला ग्यारह दिवसीय विश्वशांति महायज्ञ प्रारंभ होने जा रहा है। इस महायज्ञ के लिए मंगलवार दोपहर हरिद्वार से आचार्य महामंडलेश्वर अंतरराष्ट्रीय बाल सन्त स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज यज्ञस्थल पर पधार चुके हैं। त्रिवेणी संस्कृत विद्यापीठ की संचालक मंडली और विद्यार्थियों ने उनका भव्य स्वागत किया।
गुरुवार सुबह 5 बजे प्रभात फेरी और 9 बजे रंगारंग कलश शोभायात्रा के माध्यम से विश्वशांति महायज्ञ का शुभारंभ किया जाएगा।
शहर से सटे मिलन मोड़ स्थित त्रिवेणी संस्कृत विद्यापीठ एंव ओंकारेश्वर शिवालय नागेश्वरधाम के रजत जयंती महोत्सव के शुभ अवसर पर ग्यारह दिवसीय विश्वशांति महायज्ञ व श्रीशिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया है। त्रिवेणी विद्यापीठ व विश्वशांति महायज्ञ कमेटी के सचिव राजेन शर्मा सुवेदी ने बताया कि 9 फरवरी से इस महायज्ञ का शुभारंभ होने जा रहा है, जो 19 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ सुसम्पन्न होगा। इस महायज्ञ में जगद्गुरु शंकराचार्य, महामंडलेश्वर रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज, अष्टादश पुराण प्रवक्ता पंडित कुबेर सुवेदी, भगवत भूषण घनश्याम खनाल जी समेत विशिष्ट संतो का समागम होने जा रहा है। महायज्ञ के प्रतिदिन दिन प्रभात फेरी योग शिविर, नवकुंडीय शिव-शक्ति महायज्ञ, चतुर्वेद पाठ परायण, अष्टादश महापु राण पाठ परायण, लक्ष्यवर्ती प्रज्ज्वलन, गंगा आरती, सायं भजन, संत आशीर्वचन और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस महायज्ञ में अपने इष्टमित्र सहित सपरिवार समस्त लोगों को उन्होंने आमंत्रित किया है।
We are not about too much noise and too little content. We are about in-depth information and analysis on all issues and developments in society and in the field of art, culture, sports, read more