रंगपो। कंचनजंघा सेवा ट्रस्ट सिक्किम की ओर से राजधानी गंगटोक के पास मार्चक रानीपुल स्थित कृषि विश्वविद्यालय के सभा गृह में एक दिवसीय महिला समन्वय सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन, स्वागत, भजन एवं स्वागत गीत के साथ हुआ। इस कार्यक्रम करने का उद्देश्य एवं महिला समन्वय समिति के बारे में सुश्री पवित्रा दाहाल, अखिल भारती सह मंत्री, विद्या भारती ने संक्षिप्त में रखा। महिला समन्वय समिति अखिल भारतीय स्तर में महिलाओं का स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्र स्तर पर संबंध विचार-विमर्श एवं स्थानीय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न
विषय को उजागर करके इसका समाधान करने का समूह है। समय-समय पर यह समूह मिलते रहते है। बैठक भी होती रहती है। राष्ट्रीय स्तर पर महिला समन्वय समिति यह कार्य देखता है। इस तरह के सम्मेलन अभी देश में 600 से भी ज्यादा स्थानों पर हो रहा है। लाखों महिलाओं का सहयोग एवं उपस्थिति हो रही है।
महिला शक्ति संगम थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिक्किम विश्वविद्यालय की प्राध्यापिका श्रीमती डॉ. पुष्प शर्मा एवं मुक्चय वक्ता सुश्री प्रज्ञा माहाल, अखिल भारतीय संयोजिका, दुर्गा वाहिनी एवं केन्द्रीय सह मंत्री, विश्व हिन्दू परिषद उपस्थित थी। इस तरह का सम्मेलन करने का उद्देश्य राष्ट्रीय के आधा जनसंक्चया महिलाओं की सहभागिता है। महिला स्वयं परिवार,समाज एवं राष्ट्र सेवा में भारतीय विचार एवं चिन्तन में सिंचित जीवन शैली एवं कार्यशैली का भाव चरितार्थ करने के लिए जो समस्याएं आती है, उसको महिलाओं के समूह में ही समाधान किया जा सके। इस तरह के सम्मेलन के माध्यम से किया जा सके। इस महिला शक्ति संगम में चर्चा, प्रश्न, समाधान एवं जिज्ञासा भी रखा गया था। प्रायः 200 से ज्यादा महिला इस सक्वमेलन में उपस्थित थी। इस सम्मेलन में स्वागत भाषण कृतिका गौतम ने रखा था। मुक्चय अतिथि का मार्गदर्शन एवं वर्तमान परिस्थिति में महिलाओं के सशस्त्र होते हुए घर समाज में अपनी भूमिका कैसे एवं सकारात्मक वातावरण का सृजन करते हुए स्वयं को विकास करना एवं आगे बढ़ने के बारे में चर्चा की गयी। कार्यक्रम में स्थानीय
स्वयंसेवक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में भारती चिंतन में महिला इस विषय में सिक्किम विश्वविद्यालय की प्राध्यापिका श्रीमती वेनु पंत ने एवं मुक्चय
वक्ता सुश्री प्रज्ञा माहाला ने भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका विषय में विस्तार से विषय को प्रस्तुत किया।
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